Patna का सामान्य परिचय 

पटना के बारे में कौन नहीं जानता? पटना बिहार राज्य के राजधानी के साथ-साथ  बिहार के 38 जिला में से एक जिला है ।
पटना का नाम पटना शेरशाह द्वारा 1542 ईस्वी में मालवा पर विजय  प्राप्ति के उपलक्ष में रखा गया था ।

पटना दुनिया के पुराने स्थलों में से एक है. जहां लोग निवास करते हैं चाहे प्राचीन काल हो,मध्य काल हो, आधुनिक काल हो लोग यहां पर बड़े स्तर पर रहते थे। पटना का प्राचीन नाम- पाटलिपुत्र, पाटलीग्राम , अजीमाबाद और कुसुमपुर है।

प्राचीन काल की बात करें तो पटना हर्यक वंश,  शुंग वंश, नंद वंश,  मौर्य वंश, गुप्त वंश, पाल वंश इन सभी राजवंशों के राज्यों की राजधानी रहा हैं.
व्यक्तिगत दृष्टिकोण से देखें तो पटना ज्योतिष, चिकित्सक, वैज्ञानिक, विद्वान इन सभी का भी केन्द्र रहा है जैसे आर्यभट्ट, कालिदास, चाणक्य, तुलसीदास, पाणनी जैसे कई अन्य गणितज्ञ, खगोलविद, ज्योतिष आदि विद्वानों का प्राचीन एवं मध्य काल में यहाँ निवास स्थान रहा.

मौर्य काल में देखे तो पाटलिपुत्र की आबादी लगभग 400000 थी. साथ ही मौर्य और गुप्त  साम्राज्य इन दोनों तथा मगध साम्राज्य के राजधानी सत्ता का केंद्र पाटलिपुत्र  बना रहा.
गुप्त काल के विघटन के साथ ही पटना का केंद्र   बिखर  कर दिल्ली चला जाता है । पून: 17 वी शताब्दी में अंग्रेजों द्वारा पटना में व्यापारिक केंद्र स्थापित किए गए  और फिर यहां से इसका गौरव को  जीवित किया गया. 
पटना को देखे तो गंगा नदी के दक्षिण में बसा हुआ है. गंगा नदी से अंतरराष्ट्रीय व्यापार जुड़ जाता है. जलमार्ग संख्या 1 गंगा से हुगली को जोड़ती है जिससे व्यापार जलमार्ग द्वारा होता है 
पटना का पर्यटन बहुत ही मजेदार है.
यहां प्राचीनकाल और आधुनिक काल से संबंधित स्थल पाए जाते हैं.
पटना के पर्यटन को हम तीन क्षेत्र में विभाजित कर सकते हैं.

1.पटना  सिटी क्षेत्र-
मौर्य काल तथा गुप्त काल  से संबंधित स्थल हैं, जिसमें आगम कुआं हैं. ऐसा माना जाता है कि अशोक ने अपने 99 भाइयों को मारकर इसी कुआं में फेंक दिया था.
कुम्हरार- मौरय साम्राज्य के महलों का अवशेष देखने को मिलता है.
2.मध्यकालीन इमारत-
 बेगू जाम का मस्जिद, शेरशाह का मस्जिद,पादरी की हवेली, किला हाउस यह सभी पटना सिटी क्षेत्र के अंतर्गत महत्वपूर्ण  पर्यटक स्थल है जो लोगों  को आकर्षित करता है.
मध्य पटना-  इसके अंतर्गत प्रमुख पर्यटक स्थल गांधी घाट, खुदाबख्श लाइब्रेरी, दरभंगा हाउस, गांधी मैदान, गोलघर,
श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल, श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र,महावीर मंदिर है.
3. पश्चिम पटना का क्षेत्र  -
पटना संग्रहालय, विधानसभा, हाई कोर्ट, शहीद स्मारक, सदाकत आश्रम, तारामंडल, संजय गांधी जैविक उद्यान है, जहां लाखों लोग हर साल यहां  पर्यटन के लिए आते हैं और मनोरंजन करते हैं.

पटना में आने के लिए साधन-
पटना में आवागमन की बात करें तो यहां हवाई  मार्ग, रेल मार्ग जल मार्ग, सड़क मार्ग उपलब्ध है.
पटना पूर्व मध्य मंडल एक जंक्शन है.
भारत के सभी दिसावर रेलगाड़ी से आने  की सुविधा यहा उपलब्ध है.

पटना के विश्वविद्यालय-
पटना में विश्वविद्यालयों की बात करें तो यहां 
आर्यभट ज्ञान विश्वविद्यालय 
चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय   
यह दोनों ही मीठापुर  अवस्थित है.
  
पटना विश्वविद्यालय अशोक राजपथ पटना में
मौलाना मजरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय
यह पटना के कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालय हैं.

पटना का स्वतंत्र गठन 1770 ईस्वी में किया जाता है 1773 में पटना एक अलग न्यायीक जिला बना दिया जाता है.