बंगाल की खाड़ी के द्वीप समूह
बंगाल की खाड़ी की मुख्य द्वीपों में अंडमान और निकोबार दीप समूह आते हैं.
अंडमान और निकोबार दीप समूह को 10 डिग्री चैनल द्वारा अलग किया जाता है.
यह बंगाल की खाड़ी में अवस्थित है. इसकी चौड़ाई 150 किमी. है
अंडमान दीप समूह का सर्वोच्च शिखर सैंडल पिक है.
सैंडल पिक (732 मीटर) उत्तरी अंडमान द्वीप पर दिग्लीपुर के निकट स्थित है.
निकोबार दीप समूह का सर्वोच्च शिखर माउंट थुलियर (642 मीटर) ग्रेट निकोबार द्वीप पर स्थित है.
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 572 द्वीप हैं जिसमें लगभग 550 द्वीप अंडमान दीप समूह में और लगभग 22 द्वीप निकोबार द्वीप समूह में है.
बैरन द्वीप बंगाल की खाड़ी के अंडमान सागर में पोर्ट ब्लेयर से 135 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में अवस्थित है.यह दक्षिण एशिया एवं भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है.
इस ज्वालामुखी का पहला रिकॉर्डेड उद्गार 1787 में हुआ था. इसी सागर में नारकोंडम द्वीप भी स्थित है जो प्रसुप्त ज्वालामुखी है.
अंडमान द्वीपो की उत्पत्ति तृतीय पर्वत श्रेणी अराकान योमा के विस्तार से हुई है. बलुआ पत्थर, चूना पत्थर और सेल इस द्वीप की प्रमुख चट्टानें हैं.
दक्षिण अंडमान एवं ग्रेट निकोबार द्वीप समूह में स्थित बांडूर समुद्री जैवमंडलीय प्रारक्षित क्षेत्र विश्व के सबसे बड़े और दुर्लभ बृहत्काय राॅबर केकड़े के लिए विश्व प्रसिद्ध है.
भारत के पूर्वी तट पर श्रीहरिकोटा द्वीप आंध्र प्रदेश में पुलिकट झील के समीप स्थित है यह द्वीप पुलिकट झील को बंगाल की खाड़ी से पृथक करता है.
यहां भारत का उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र सतीश धवन अंतरिक्ष अंतरिक्ष केंद्र स्थित है.
तमिलनाडु में स्थित रामसेतु भारत के पंबन द्वीप के अंतिम छोर धनुषकोडी से प्रारंभ होकर श्रीलंका के मन्नार द्वीप तक एक श्रृंखला में उथले जलीय भाग के रूप में विस्तारित है.
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